Monday, May 20, 2024
लखनऊ: लेवाना होटल में हुए भीषण अग्निकांड के बाद भी पुलिस और दमकल विभाग के अधिकारी अवैध रूप से शहर में चल रही फैक्ट्रियों और प्रतिष्ठानों पर लगाम नहीं कस पा रहे हैं।
पुलिस, दमकल और प्रशासन के अधिकारियों की नाकामी से मंगलवार देर शाम पारा के सलेमपुर पतौरा में तारपीन के फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। अग्निकांड के दौरान केमिकल के ड्रम फटने से हुए ताबड़तोड़ धमाकों से इलाके में दहशत फैल गई। इस बीच दौरान फैक्ट्री के अंदर आग की लपटों में घिरकर उन्नाव जनपद के औरास में रहने वाले 40 वर्षीय मजदूर सुशील कुमार शर्मा की जिंदा जलकर मौत हो गई।
घटना के बाद फैक्ट्री संचालक मौके से फरार हो गया। आक्रोशित स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा बवाल किया। मृतक आश्रित परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी की मांग कर जमकर हंगामा किया। बवाल की सूचना पर जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार और अन्य अधिकारी पहुंचे। उन्होंने मृतक आश्रित परिवार को पांच लाख रुपये के मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पारा पुलिस के संरक्षण में सालों से घनी बस्ती के बीच फैक्ट्री चल रही थी। मंगलवार शाम एकाएक फैक्ट्री से आग की लपटें निकलती देख आस पड़ोस के लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। घटना के समय फैक्ट्री संचालक पंकज दीक्षित दूसरे तल पर स्थित अपने घर में था। एकाएक आग की लपटें निकलती देख वह भाग निकला। वहीं, आस पड़ोस के लोगों ने पानी फेंककर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू कर दिया। आग बेकाबू होते देख लोगों ने दमकल को सूचना दी। इस बीच आग और भयावह हो उठी। फैक्ट्री के अंदर रखे केमिकल से भरे ड्रम ताबड़तोड़ धमाकों के साथ फटने लगे।
मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। दमकल कर्मी पहुंचे। इस बीच दमकल कर्मियों को पता चला कि अंदर मजदूर फंसा है। दमकल कर्मी पीछे के रास्ते से सीढ़ी लगाकर फैक्ट्री के अंदर दाखिल हुए। फैक्ट्री के अंदर दाखिल हुए। कड़ी मशक्कत के बाद मजदूर सुशील को निकलाकर बाहर लाए। सुशील को अस्पताल भेजा गया। जहां, डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर, दमकल कर्मियों ने चार से पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।
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